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जिला कलक्टर ने ली साप्ताहिक समीक्षा बैठक

 

पेयजल एवं विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें: जिला कलक्टर

भरतपुर, 10 जून। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में सोमवार को पेयजल, विद्युत आपूर्ति, मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई जिसमें विभागवार समीक्षा कर मौसम के मद्देनजर सभी अधिकारियों को पेयजल, विद्युत, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं सम्बंधी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए गए।

जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार सभी विभागीय कार्यालयों में समस्त दस्तावेजीकरण ई-फाईल सिस्टम के माध्यम से किया जाये। उन्होंने डीओआईटी के संयुक्त निदेशक को निर्देशित किया कि सभी विभागों में ई-फाईलिंग की आवश्यक अतिरिक्त ट्रेनिंग करवाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आमजन द्वारा राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों अथवा कार्यालयों में व्यक्तिगत उपस्थित होकर दी जाने वाली शिकायतों को अधिकारी संवेदनशीलता से लेकर समय पर निराकरण करें। लम्बित प्रकरणों को तीन दिवस के भीतर निस्तारित किया जाये। उन्होंने कहा कि जिले के सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गर्मी को देखते हुए पेयजल आपूर्ति को निर्बाध बनाये रखकर पेयजल स्त्रोतों के विद्युत कनेक्शनों के कार्यों को प्राथमिकता से समय पर पूरा कराया जाये। उन्होंने पीएचईडी को टीम बनाकर सर्वे करते हुए विद्यालयों, आंगनबाडी केन्द्रों एवं सरकारी संस्थानों में पेयजल कनेक्शन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित मात्रा एवं समयावधि में पेयजल आपूर्ति गुणवत्ता के साथ की जाए। भामाशाहों की मदद से सार्वजनिक स्थानों सहित भीड़भाड वाले स्थानों पर वाटरकूलर व मटके सहित पेयजल की उचित व्यवस्था की जाये। उन्होंने विद्युत विभाग, पीएचईडी एवं अग्निशमन विभाग को अपने नियंत्रण कक्ष को और अधिक प्रभावी करते हुए आमजन से प्राप्त होने वाली सूचनाओं के तुरन्त निस्तारण के निर्देश दिए।

 

जिला कलक्टर ने आगामी वर्षा के मौसम को देखते हुए शहर के गंदे पानी के नालों की समय-समय पर सफाई के साथ गंदे पानी की निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर के पोखर, तालाबों सहित अन्य जलाशयों में फ्लोटिंग कचरे को साफ करते हुए नियमित रूप से साफ-सफाई के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य करें एवं इनके आसपास के क्षेत्र में सौंदर्यीकरण के कार्य को भी प्राथमिकता दें। उन्होंने सघन वृक्षारोपण अभियान के तहत सभी विभागों को भूमि चिन्हित करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करने के साथ ही उनकी रखरखाव व पानी की उचित व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्होंने महिला अधिकारिता विभाग, शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों को महिलाओं, बालिकाओं सहित आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए पौधारोपण के कार्य में सक्रियता से भागीदारी निभाने के निर्देश दिये।

 

उन्होंने चिकित्सा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्मी एवं हीटवेव के मद्देनजर सभी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता, वार्डों में साफ-सफाई, पंखे, कूलर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के साथ समन्वय कर मच्छर के लार्वा की रोकथाम के लिए जलभराव क्षेत्रों में एंटीलार्वा गतिविधियां संचालित की जाती रहें। उन्होंने देवस्थान विभाग को मंदिरों में अतिक्रमण पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने एवं पर्यटन विभाग को अनफिट फॉर यूज भवनों व खण्डरों को चिन्हित कर हटवाये जाने के सम्बंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। बंध बारैठा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाकर विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने डेयरी विभाग के अधिकारियों को शहर में सरस पार्लर स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्यवाही में गति लाने को कहा। उन्होंने नगर निगम को आवारा पशुओं के विचरण की समस्या का प्रभावी समाधान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नीरज कुमार मीना, यूआईटी सचिव ऋषभ मण्डल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र सिंह, नगर निगम आयुक्त रिछपाल सिंह बुरडक, सहायक निदेशक लोक सेवा भारती भारद्वाज, डीएसओ भावना शर्मा एवं सीएमएचओ डॉ. गौरव कपूर सहित सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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