राजस्थान में उपचुनाव को लेकर बड़ी रणनीति, इन पांच सीट पर कांग्रेस और बीजेपी का क्या है प्लान?
Rajasthan By Poll 2024: राजस्थान में पांच सीटों पर उपचुनाव होंगे. कांग्रेस दो सीटों पर गठबंधन से चुनाव लड़ेगी और तीन पर खुद के प्रत्याशी उतारेगी. बीजेपी पांच सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी.
Rajasthan By Poll: राजस्थान के पांच विधायक सांसद बन गए हैं. उनकी सीटों पर अब उपचुनाव होंगे. हालांकि, किसी सांसद ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है. उससे पहले ही कांग्रेस और बीजेपी में उपचुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. कांग्रेस दो सीटों पर गठबंधन से चुनाव लड़ेगी और तीन पर खुद के प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है.
इसके साथ ही बीजेपी पांच सीटों पर अकेले चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. दौसा और देवली उनियारा सीट पर बीजेपी पुरुष को टिकट देने की तैयारी कर रही है. खींसवर और झुंझुनू पर महिला को मैदान में उतार सकती है.
चौरासी सीट पर किसी अन्य की तैयारी है. वहीं, कांग्रेस दौसा और झुंझनूं विधानसभा सीट पर महिलाओं को टिकट दे सकती है. देवली उनियारा से युवा नेता नरेश मीणा या श्योराज सिंह गुर्जर को टिकट दे सकती है. दोनों दल कार्यकर्ताओं पर फोकस कर रहे हैं.
कांग्रेस की क्या है स्थिति ?
पांच विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में चौरासी सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी, खींवसर विधानसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल, झुंझुनूं से बिजेंद्र सिंह ओला की बेटी या किसी दूसरे चेहरे पर पार्टी दांव लगा सकती है. दौसा से मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल या नमोनारायण मीणा पर दांव लगा सकती है. वहीँ देवली-उनियारा सीट पर पूर्व छात्र नेता नरेश मीणा या पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष राजकीय महाविद्यालय लालसोट श्योराज सिंह गुर्जर को टिकट दे सकती है. इन सभी सीटों पर अभी पार्टी मंथन कर रही है. जल्द ही इसपर फैसला होगा.
बीजेपी की क्या है स्थिति ?
बीजेपी पांच विधान सभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर तैयारी कर रही है. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी कोई बड़ा बदलाव नहीं करने वाली है. खासकर दौसा से किसी युवा ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतार सकती है. देवली उनियारा में जिस तरह से विजय बैंसला काम कर रहे हैं उनपर ही पार्टी मुहर लगा सकती है. हालांकि, कई और नेता टिकट चाह रहे हैं मगर अभी उनपर कोई विचार नहीं है. खींवसर और चौरासी विधानसभा सीट पर बीजेपी पुराने चेहरे पर मुहर लगाएगी. झुंझुनूं विधान सभा सीट पर बीजेपी किसी दिग्गज जाट नेता पर मुहर लगा सकती है.