जिला कलक्टर ने इनक्यूबेटर सेंटर में की स्टार्टअप के साथ चर्चा भरतपुर, 12 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव शुक्रवार को राजकीय अभियात्रिंकी महाविद्यालय परिसर में इनक्यूबेटर सेंटर में नवाचार को बढावा देने के लिए स्टार्टअप से चर्चा की। जिला कलक्टर ने स्टार्टअप को बिजनेस बढ़ाने, आइडिया डेवलप करने, तकनीकी रूप से कुशल बनाने, व्यवसाय को पूर्ण रूप से स्थापित एवं विकसित करने के लिए अपने सुझाव साझा किए। आधुनिक सुविधाओं से युक्त टिंकरिंग लैब में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों एवं स्टार्टअप को रोबोटिक्स, ड्रोन, ह्यूमनॉइड सिस्टम, 3डी पिं्रटर, ए.आई और आई.ओ.टी आदि में रूचि बढ़ाने, ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया। एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर (उप निदेशक) इनक्यूबेटर सेंटर, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग हरिमोहन शर्मा ने बताया कि आईस्टार्ट राजस्थान एक एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है जो स्टार्टअप, छात्रों, उद्यमियों, नवाचारी, इनक्यूबेटर्स, एक्सेलरेटर्स और मेंटर्स के लिए एकल खिड़की संसाधन के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य राज्य में नवाचार को पोषण देना, उद्यमिता को बढ़ावा देना, सम्पदा उत्पन्न करना और राज्य में नौकरियों को बनाना है। उन्होंने राजस्थान सेंटर फॉर एडवांस टेक्नोलॉजी के बारे में बताया कि यह उन्नत प्रौद्योगिकी का एक अनूठा संस्थान है, जो राजस्थान सरकार द्वारा छात्रों और मध्य-करियर पेशेवरों के बीच आईटी कौशल को आत्मसात करने और विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस केंद्र को निर्बाध कौशल विकास के लिए अच्छी तरह से शोध किए गए और उद्योग-संचालित पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। चर्चा के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के सिस्टम ।

जिला कलक्टर ने इनक्यूबेटर सेंटर में की स्टार्टअप के साथ चर्चा भरतपुर, 12 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव शुक्रवार को राजकीय अभियात्रिंकी महाविद्यालय परिसर में इनक्यूबेटर सेंटर में नवाचार को बढावा देने के लिए स्टार्टअप से चर्चा की। जिला कलक्टर ने स्टार्टअप को बिजनेस बढ़ाने, आइडिया डेवलप करने, तकनीकी रूप से कुशल बनाने, व्यवसाय को पूर्ण रूप से स्थापित एवं विकसित करने के लिए अपने सुझाव साझा किए। आधुनिक सुविधाओं से युक्त टिंकरिंग लैब में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों एवं स्टार्टअप को रोबोटिक्स, ड्रोन, ह्यूमनॉइड सिस्टम, 3डी पिं्रटर, ए.आई और आई.ओ.टी आदि में रूचि बढ़ाने, ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया। एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर (उप निदेशक) इनक्यूबेटर सेंटर, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग हरिमोहन शर्मा ने बताया कि आईस्टार्ट राजस्थान एक एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है जो स्टार्टअप, छात्रों, उद्यमियों, नवाचारी, इनक्यूबेटर्स, एक्सेलरेटर्स और मेंटर्स के लिए एकल खिड़की संसाधन के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य राज्य में नवाचार को पोषण देना, उद्यमिता को बढ़ावा देना, सम्पदा उत्पन्न करना और राज्य में नौकरियों को बनाना है। उन्होंने राजस्थान सेंटर फॉर एडवांस टेक्नोलॉजी के बारे में बताया कि यह उन्नत प्रौद्योगिकी का एक अनूठा संस्थान है, जो राजस्थान सरकार द्वारा छात्रों और मध्य-करियर पेशेवरों के बीच आईटी कौशल को आत्मसात करने और विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस केंद्र को निर्बाध कौशल विकास के लिए अच्छी तरह से शोध किए गए और उद्योग-संचालित पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। चर्चा के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के सिस्टम ।

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जिला कलक्टर ने इनक्यूबेटर सेंटर में की स्टार्टअप के साथ चर्चा
भरतपुर, 12 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव शुक्रवार को राजकीय अभियात्रिंकी महाविद्यालय परिसर में इनक्यूबेटर सेंटर में नवाचार को बढावा देने के लिए स्टार्टअप से चर्चा की।
जिला कलक्टर ने स्टार्टअप को बिजनेस बढ़ाने, आइडिया डेवलप करने, तकनीकी रूप से कुशल बनाने, व्यवसाय को पूर्ण रूप से स्थापित एवं विकसित करने के लिए अपने सुझाव साझा किए। आधुनिक सुविधाओं से युक्त टिंकरिंग लैब में स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों एवं स्टार्टअप को रोबोटिक्स, ड्रोन, ह्यूमनॉइड सिस्टम, 3डी पिं्रटर, ए.आई और आई.ओ.टी आदि में रूचि बढ़ाने, ट्रेनिंग देने के साथ-साथ नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया।
एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर (उप निदेशक) इनक्यूबेटर सेंटर, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग हरिमोहन शर्मा ने बताया कि आईस्टार्ट राजस्थान एक एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है जो स्टार्टअप, छात्रों, उद्यमियों, नवाचारी, इनक्यूबेटर्स, एक्सेलरेटर्स और मेंटर्स के लिए एकल खिड़की संसाधन के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य राज्य में नवाचार को पोषण देना, उद्यमिता को बढ़ावा देना, सम्पदा उत्पन्न करना और राज्य में नौकरियों को बनाना है। उन्होंने राजस्थान सेंटर फॉर एडवांस टेक्नोलॉजी के बारे में बताया कि यह उन्नत प्रौद्योगिकी का एक अनूठा संस्थान है, जो राजस्थान सरकार द्वारा छात्रों और मध्य-करियर पेशेवरों के बीच आईटी कौशल को आत्मसात करने और विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस केंद्र को निर्बाध कौशल विकास के लिए अच्छी तरह से शोध किए गए और उद्योग-संचालित पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है।
चर्चा के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के सिस्टम एनालिस्ट (संयुक्त निदेशक) कमल किशोर शर्मा, एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर (उप निदेशक) पुष्पेन्द्र कुन्तल, सूचना सहायक सदेश कुमार एवं रवि कुमार उपस्थित रहे एवं नवाचार को बढावा देने के लिए अपने विचार साझा किए।

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