Home लोकल ख़बरें अब चल पड़ा भजनलाल शर्मा की सख्ती वाला डंडा, अफसरों से साफ साफ कहा जिम्मेदारी से काम करें वरना नौकरी छोड़ दें

अब चल पड़ा भजनलाल शर्मा की सख्ती वाला डंडा, अफसरों से साफ साफ कहा जिम्मेदारी से काम करें वरना नौकरी छोड़ दें

 

अब चल पड़ा भजनलाल शर्मा की सख्ती वाला डंडा, अफसरों से साफ साफ कहा जिम्मेदारी से काम करें वरना नौकरी छोड़ द

CM Bhajan Lal Sharma: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सुशासन और सरकारी अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर सख्त लहजे में समझाया है। उन्होंने 100 दिन की कार्य योजना की समीक्षा बैठक में साफ कहा कि जिम्मेदारी से काम करें वरना नौकरी छोड़ दें। सीएम अब तक के कामकाज से असंतुष्ट थे।

जयपुर: सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी विभागों को 100 दिवसीय की कार्ययोजना तय करके समय पर टारगेट पूरा करने के निर्देश दिए थे। बाद में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक ली। मंगलवार को सचिवालय में हुई इस बैठक में हर विभाग के सौ दिवसीय कार्यों की समीक्षा की। कई विभागों के टारगेट पूरा नहीं होने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सख्त नाराजगी जताई। वे भरी बैठक में अफसरों पर भड़क उठे। उन्होंने साफ कहा कि तय टारगेट को समय पर पूरा नहीं करना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। जो अफसर लापरवाही करेंगे या उदासीन रहेंगे। उनके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।

बजट घोषणा के कार्य और सौ दिवसीय कार्ययोजना की समीक्षा के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गुड गवर्नेंस का मॉडल स्थापित करके आमजन की सेवा करना राज्य सरकार का प्रमुख ध्येय है। सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों की पालना करें। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अधिकारी जिम्मेदारी से अपना काम करें। जो काम नहीं करना चाहते, वे नौकरी छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक हर योजना का लाभ पहुंचाने की है। कार्य में कोताही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

बजट घोषणा के कार्य और सौ दिवसीय कार्ययोजना की समीक्षा के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में गुड गवर्नेंस का मॉडल स्थापित करके आमजन की सेवा करना राज्य सरकार का प्रमुख ध्येय है। सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों की पालना करें। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अधिकारी जिम्मेदारी से अपना काम करें। जो काम नहीं करना चाहते, वे नौकरी छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक हर योजना का लाभ पहुंचाने की है। कार्य में कोताही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।